भा.नौ.पो. विक्रमादित्य ने विशाखापट्टनम में अपने पहले पिट स्टॉप के बाद एक शक्तिशाली छाप छोड़ी। जैसे ही वह मिलन 2024 के लिए समुद्र की ओर प्रेरित होकर निकलती है, उसकी उपस्थिति हमेशा अविचल माइट के साथ गूंजे। निष्ठा की हवाएं, गौरवशाली समुद्र और आगे एक गूंजती यात्रा!