फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ
पश्चिमी नौसेना कमान

फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, पश्चिमी नौसेना कमान
वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन, ए.वी.एस.एम., वी.एस.एम.
वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन, ए.वी.एस.एम., वी.एस.एम. ने पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ का कार्यभार संभाला |
वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन, ए.वी.एस.एम., वी.एस.एम. ने 31 जुलाई 2025 को पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने वाइस एडमिरल संजय जे. सिंह, पी.वी.एस.एम., ए.वी.एस.एम., एन.एम. का स्थान लिया, जिन्होंने भारतीय नौसेना में चार दशकों की विशिष्ट सेवा के बाद सेवानिवृत्ति प्राप्त की। कार्यभार संभालने के बाद वाइस एडमिरल स्वामीनाथन ने मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में गौरव स्तंभ पर उन वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।
फ्लैग ऑफिसर को 1 जुलाई 1987 को भारतीय नौसेना में कमीशन प्राप्त हुआ था और वे संचार एवं इलेक्ट्रॉनिक युद्ध के विशेषज्ञ हैं। वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला, यूनाइटेड किंगडम के श्रिवेनहम में संयुक्त सेवा कमान और स्टाफ कॉलेज, करंजा के नौसेना युद्ध महाविद्यालय, और संयुक्त राज्य अमेरिका के रोड आइलैंड, न्यूपोर्ट में नौसेना युद्ध महाविद्यालय के पूर्व छात्र हैं।
अति विशिष्ट सेवा मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित, फ्लैग ऑफिसर ने अपने नौसैनिक करियर में कई महत्वपूर्ण परिचालन, स्टाफ और प्रशिक्षण संबंधी जिम्मेदारियां निभाई हैं। उन्होंने मिसाइल पोत विद्युत और विनाश, मिसाइल कॉर्वेट कुलिश, गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर मैसूर, और विमानवाहक पोत विक्रमादित्य की कमान संभाली है।
रियर एडमिरल के पद पर पदोन्नति के बाद, उन्होंने कोच्चि में दक्षिणी नौसेना कमान मुख्यालय में चीफ स्टाफ ऑफिसर (प्रशिक्षण) के रूप में कार्य किया और भारतीय नौसेना के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को संचालित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने भारतीय नौसेना सुरक्षा टीम के गठन में भी अहम भूमिका निभाई, जो नौसेना के सभी क्षेत्रों में परिचालन सुरक्षा की निगरानी करती है। इसके बाद, उन्होंने फ्लैग ऑफिसर सी ट्रेनिंग के रूप में नौसेना के वर्क-अप संगठन का नेतृत्व किया। बाद में उन्हें पश्चिमी फ्लीट के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग के रूप में नियुक्त किया गया। तलवार भुजा (स्वॉर्ड आर्म) की कमान संभालने के बाद, उन्हें फ्लैग ऑफिसर ऑफशोर डिफेंस एडवाइजरी ग्रुप और भारत सरकार के लिए ऑफशोर सुरक्षा और रक्षा सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया।
वाइस एडमिरल के पद पर पदोन्नति के बाद, उन्होंने मुंबई में पश्चिमी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ और नई दिल्ली में नौसेना मुख्यालय में कार्मिक सेवा नियंत्रक और कार्मिक प्रमुख के दायित्व निभाए। वर्तमान नियुक्ति, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, पश्चिमी नौसेना कमान, से पहले, उन्होंने नौसेना मुख्यालय में नौसेना स्टाफ के उप प्रमुख के रूप में सेवा दी।
वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन की शैक्षिक योग्यताओं में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से बी.एस.सी. डिग्री; कोचीन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कोच्चि से दूरसंचार में एम.एस.सी., किंग्स कॉलेज, लंदन से रक्षा अध्ययन में एम.ए.,मुंबई विश्वविद्यालय से सामरिक अध्ययन में एम.फिल., और मुंबई विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय अध्ययन में पी.एच.डी. शामिल हैं।





