यह एक ऐतिहासिक क्षण था क्योंकि भारतीय नौसेना के यू.एच.3एच. हेलीकॉप्टर "सारस" ने पूर्वी बेड़े के भा.नौ.पो. जलाश्वा से अपनी अंतिम उड़ान भरी।
यह बहुमुखी विमान एक बल गुणक रहा है और अपनी विशिष्ट सेवा से अपनी विरासत को हमेशा के लिए बनाए रखेगा।