नौसेना डॉकयार्ड विशाखापत्तनम ने पूर्वी नौसेना कमान ई.एन.सी. के तत्वावधान में 25 जून 2025 को एक मानव संसाधन सम्मेलन का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य आधुनिक मानव संसाधन प्रथाओं, कार्यबल परिवर्तन और रक्षा नागरिक तथा सार्वजनिक क्षेत्र के डोमेन में नवाचार पर संवाद को बढ़ावा देना था। वाइस एडमिरल बी. शिवकुमार, नौसेना परियोजनाओं के महानिदेशक डी.जी.एन.पी. विशाखापत्तनम ने इस समारोह की अध्यक्षता की, जिसमें #भारतीय नौसेना, रक्षा मंत्रालय रक्षा मंत्रालय (सिविल), शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग के नेताओं से वरिष्ठ मानव संसाधन हितधारकों को एक साथ लाया गया। सम्मेलन के फोकस क्षेत्रों में मानव संसाधन नीति सुधार, डिजिटल परिवर्तन, कौशल ढांचे और नौसेना के बड़े नागरिक कार्यबल के प्रबंधन के लिए रणनीतियाँ शामिल थीं। समारोह में कई प्रसिद्ध विशेषज्ञों के व्याख्यान शामिल थे, जिनमें आई.आई.टी. तिरुपति के निदेशक, टी.सी.एस. के पूर्व प्रमुख नेतृत्व और विविधता अधिकारी, जमनालाल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (जे.बी.आई.एम.एस.) के निदेशक और संगठनात्मक मनोविज्ञान तथा मानव संसाधन नीति के अग्रणी विशेषज्ञ शामिल थे।
सम्मेलन में विषय विशेषज्ञों (एस.एम.ई.) के साथ एक बंद कमरे में कार्यशाला भी शामिल थी, जिसका उद्देश्य भविष्य के लिए मानव संसाधन प्रणालियों को सुदृढ़ करने हेतु कार्यान्वयन योग्य रणनीतियों और सुधारों की पहचान करना था। सम्मेलन ने परिचालन तत्परता बनाए रखने में नागरिक कर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर विचार-विमर्श किया और विकसित हो रहे वैश्विक मानकों के साथ मानव संसाधन प्रथाओं को संरेखित करने के लिए एक समयोचित मंच प्रदान किया। नौसेना अधीक्षक रियर एडमिरल के. श्रीनिवास ने नौसेना इकाइयों में स्वस्थ मानव संसाधन प्रथाओं के निर्माण की दिशा में सार्थक चर्चाएँ प्रस्तुत करने के लिए सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया।