16 से 17 सितंबर 2025 तक पूर्वी नौसेना कमान के तत्वावधान में भा.नौ.पो. राजाली, अरक्कोणम में “लंबी दूरी की समुद्री टोही (एल.आर.एम.आर.) मंच: विस्तारित जिम्मेदारी क्षेत्र में भारतीय समुद्री शक्ति को मजबूत करना” थीम पर दो दिवसीय सेमिनार आयोजित हुआ।
मुख्य अतिथि रियर एडमिरल शांतनु झा, चीफ स्टाफ ऑफिसर (संचालन), पूर्वी नौसेना कमान की उपस्थिति में इस सेमिनार में वरिष्ठ नौसैनिक गणमान्य व्यक्ति, विशेषज्ञ अधिकारी और मेसर्स बोइंग लिमिटेड के प्रतिनिधियों सहित क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल हुए। इस अवसर पर समुद्री निगरानी और पी8आई व एच.ए.एल.ई. रिमोटली पायलटेड एयरक्राफ्ट जैसे लंबी दूरी की समुद्री टोही मंचों की हिंद महासागर क्षेत्र और उससे परे भारत के समुद्री हितों की रक्षा में भूमिका पर अंतर्दृष्टि देने वाला लेख संकलन जारी हुआ।
यह समारोह आई.एन.ए.एस.312 द्वारा पी8आई विमान पर 50,000 घंटे की उड़ान की ऐतिहासिक उपलब्धि का उत्सव था, जो भारतीय नौसेना उड्डयन के इतिहास में पहली बार है। प्रमुख एल.आर.एम.आर. स्क्वाड्रन, आई.एन.ए.एस.312, भा.नौ.पो. राजाली से अत्याधुनिक पी8आई विमान संचालित करता है और समुद्री क्षेत्र में महत्वपूर्ण हितों पर तीक्ष्ण निगरानी रखने में अग्रणी रहा है। पूर्वी तट पर स्थित भा.नौ.पो. राजाली एम.क्यू.-9बी सी गार्डियन भी संचालित करता है, जो इसे लंबी दूरी की समुद्री टोही, पनडुब्बी रोधी युद्ध और बहु-क्षेत्रीय निगरानी का केंद्र बनाता है।