स्वर्गीय कप्तान महेंद्र नाथ मुल्ला, एम.वी.सी. की बेटियों श्रीमती अमीता मुल्ला वट्टल और श्रीमती अंजलि कौल ने 11 मार्च 2023 को दिल्ली के नेवी चिल्ड्रन स्कूल (एन.सी.एस.) में अपने पिता के सम्मान में एक ट्रॉफी की स्थापना की। स्कूल में आयोजित एक संक्षिप्त समारोह के दौरान ट्रॉफी की स्थापना की गई, जिसमें वाइस एडमिरल सूरज बेरी, नियंत्रक कार्मिक सेवा और स्कूल प्रबंधन समिति (एस.एम.सी.) के अध्यक्ष, कमोडोर जी रामबाबू, कमोडोर (नौसेना शिक्षा) और एस.एम.सी. के उपाध्यक्ष, कर्नल संजीव वट्टल और स्कूल के चुनिंदा कर्मचारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर 1.50 लाख रुपये की राशि और एक रोलिंग ट्रॉफी स्कूल को सौंपी गई। इस पुरस्कार को ‘कैप्टन एम.एन. मुल्ला, एम.वी.सी., मेमोरियल आउटस्टैंडिंग स्टूडेंट अवार्ड’ के रूप में नामित किया गया है और इसके लिए दूरदृष्टि, दृढ़ विश्वास और प्रतिबद्धता के आधार पर एन.सी.एस. दिल्ली (एक लड़का और एक लड़की) के दो छात्रों को चुना जाएगा।
1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान, 9 दिसंबर 1971 की रात, भा. नौ. पो. खुकरी एक दुश्मन पनडुब्बी द्वारा दागे गए टॉरपीडो से टकराने के कारण डूब गया। जहाज को छोड़ने का फैसला करने के बाद, कैप्टन मुल्ला ने अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा की परवाह किए बगैर अपने जहाज की कंपनी के बचाव के लिए बहुत ठंडे, शांत और व्यवस्थित तरीके से अभियान की निगरानी की। जहाज छोड़ने के लिए जितना संभव हो सके अपने कई जवानों को निर्देशित करने के बाद कैप्टन मुल्ला, यह देखने के लिए कि क्या आगे और बचाव अभियान किया जा सकता है, ब्रिज पर वापस गए। ऐसा करते हुए, कैप्टन मुल्ला को आखिरी बार अपने जहाज के साथ नीचे जाते देखा गया। उनके कार्य, व्यवहार और उनके द्वारा निर्धारित मिसाल ने सेवा की उच्चतम परंपराओं को ध्यान में रखा। कप्तान महेंद्र नाथ मुल्ला ने विशिष्ट वीरता और समर्पण का प्रदर्शन किया और उन्हें महावीर चक्र से सम्मानित किया गया।