सामुद्रिक सुरक्षा पाठ्यक्रम (एम.एस.सी.-07) कर रहे मित्र देशों के सात अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल और एन.डब्ल्यू.सी., गोवा में एन.एच.सी.सी. -36 से गुजर रहे भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना के आठ अधिकारी ओरिएंटेशन चरण के दौरान, 17-21 जुलाई 2023 तक दक्षिणी नौसेना कमान, कोच्चि में थे। इस यात्रा का उद्देश्य अधिकारियों को भारतीय नौसेना के आधुनिक प्रशिक्षण, ऑपरेशंस, तकनीकी बुनियादी ढांचे और रखरखाव क्षमताओं के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराना था। उन्हें भारतीय नौसेना के रूपांतरकारी परिवर्तन के साथ-साथ मित्र विदेशी देशों के लिए पसंदीदा प्रशिक्षण स्थल के रूप में संज्ञान, कौशल और प्रौद्योगिकी के संदर्भ में किए गए गुणात्मक प्रशिक्षण के व्यापक स्पेक्ट्रम का अवलोकन प्रदान किया गया। अधिकारियों ने कोच्चि में पेशेवर प्रशिक्षण स्कूलों और प्रतिष्ठानों में विभिन्न प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे, सुविधाओं और सिमुलेटर पर प्रदर्शन को देखा। उन्हें भा.नौ.पो. गरुड़ की यात्रा के दौरान एयर स्क्वाड्रनों की परिचालन और प्रशिक्षण भूमिका के बारे में जानकारी दी गई। एन.एस.आर.वाई. में विभिन्न मरम्मत और रख-रखाव सुविधाओं की यात्रा से संपत्तियों की परिचालन उपलब्धता की दिशा में यार्ड की महत्वपूर्ण भूमिका की जानकारी मिली। इस दौरान वाइस एडमिरल एम.ए. हंपीहोली, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ दक्षिणी नौसेना कमान के साथ बातचीत के दौरान तीनों सेनाओं और विदेशी प्रशिक्षण के मुद्दों पर चर्चा की गई। विजिटिंग अधिकारियों ने रियर एडमिरल सुशील मेनन, एफ.ओ.एस.टी. के साथ बातचीत की और उन्हें मुख्यालय समुद्री प्रशिक्षण और कार्यवाहक टीमों द्वारा की गई गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। अंतर्राष्ट्रीय अधिकारियों को क्षेत्रीय उत्कृष्टता केंद्र के रूप में एच.क्यू.एस.टी. की भूमिका के बारे में जानकारी दी गई। प्रतिनिधिमंडल को स्वदेशी विमान वाहक भा.नौ.पो. विक्रांत और एस.टी.एस. भा.नौ.पो. सुदर्शिनी का दौरा करने और जहाज के चालक दल के साथ बातचीत करने का अनूठा अवसर मिला।