पूर्वी नौसेना कमान (ई.एन.सी.) ने वाइस एडमिरल विश्वजीत दासगुप्ता, पी.वी.एस.एम., ए.वी.एस.एम., वाई.एस.एम., वी.एस.एम., फ्लैग ऑफिसर, कमांडिंग-इन-चीफ (एफ.ओ.सी.-इन.-सी.), पूर्वी नौसेना कमान को 31 जुलाई, 2023 को नौसेना बेस विशाखापट्टनम में आयोजित एक प्रभावशाली औपचारिक परेड में उनकी सेवानिवृत्ति पर विदाई दी। एडमिरल ने सेरेमोनियल गार्ड का निरीक्षण किया और कमान के नौसेना प्लाटून और डी.एस.सी. कर्मियों की समीक्षा की। इस समारोह में जहाजों, पनडुब्बियों और प्रतिष्ठान के सभी फ्लैग ऑफिसर और कमांडिंग ऑफिसर्स शामिल हुए। इसके बाद पारंपरिक 'पुलिंग आउट' समारोह हुआ।
वाइस एडमिरल बिस्वजीत दासगुप्ता राष्ट्र और नौसेना के लिए शानदार सेवा के अड़तीस वर्षों के पूरा होने पर नौसेना सेवा से सेवानिवृत्त हुए। पूर्वी नौसेना कमान के शीर्ष पर अपने 20 महीनों के कार्यकाल के दौरान कमान ने पूर्वी प्रशांत से अफ्रीका के पूर्वी तट तक तैनात जहाजों, पनडुब्बियों और विमानों के साथ एक उच्च ऑपरेशनल गति देखी। इसके अतिरिक्त, पूर्वी नौसेना कमान ने ऑपरेशन कावेरी के दौरान सूडान से फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने और ऑपरेशन करुणा के हिस्से के रूप में चक्रवात मोचा के बाद म्यांमार को मानवीय सहायता और आपदा राहत (एच.ए.डी.आर.) प्रदान करने जैसे महत्वपूर्ण एच.ए.डी.आर. अभियान चलाए। कमान ने महत्वपूर्ण प्रमुख कार्यक्रमों का भी सफलतापूर्वक संचालन किया जैसे कि बहुपक्षीय समुद्री अंतर्राष्ट्रीय अभ्यास - मिलन 2022, प्रेसिडेंट्स फ्लीट समीक्षा 22 और नौसेना दिवस ऑपरेशन डेमो 2022, जिसे भारत के माननीय राष्ट्रपति द्वारा देखा गया। उन्होंने पूर्वी नौसेना कमान में जीवन की समग्र गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का सक्रियता से नेतृत्व किया। उनके कार्यकाल में विशाखापट्टनम में सी. हैरियर संग्रहालय और कोलकाता में टीयू संग्रहालय की स्थापना भी हुई।