भारतीय नौसेना के लिए कोलकाता के मेसर्स टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड टी.आर.एस.एल. द्वारा निर्मित पांच (5) डाइविंग सपोर्ट क्राफ्ट डी.एस.सी. परियोजना के पहले जहाज ‘डी.एस.सी. ए. 20’ (यार्ड 325) को 31 अगस्त 23 को टीटागढ़, कोलकाता (पश्चिम बंगाल) में हुगली नदी में लॉन्च किया गया। लॉन्च समारोह की अध्यक्षता डी.सी.एन.एस. के वाइस एडमिरल संजय महिंद्रू ने की। नौसेना की परंपरा को ध्यान में रखते हुए श्रीमती आराधना महिंद्रू ने अथर्व वेद के आह्वान के साथ जहाज को लॉन्च किया। 12 फरवरी, 2021 को रक्षा मंत्रालय और मेसर्स टीटागढ़ वैगन्स लिमिटेड (टी.डब्ल्यू.एल.) कोलकाता के बीच पांच डी.एस.सी. के निर्माण के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे। इन पोतों को बंदरगाह और तटीय जल में ऑपरेशनल/प्रशिक्षण डाइविंग ऑपरेशन के लिए तैयार किया गया है। ये लगभग 300 टन के विस्थापन के साथ 30 मीटर लंबे कैटमरैन हल जहाज हैं। सभी पांच डी.एस.सी. को वित्त वर्ष 2024-25 में भारतीय नौसेना को सुपुर्द किए जाने की संभावना है। डी.एस.सी. में डाइविंग ऑपरेशन करने के लिए अत्याधुनिक डाइविंग उपकरण और टूल्स लगाए जा रहे हैं । इन जहाजों को प्रासंगिक नौसेना नियमों और भारतीय नौवहन रजिस्टर (आई.आर.एस.) के विनियमन के तहत स्वदेशी रूप से डिजाइन और बनाया गया है। डिजाइन चरण के दौरान जहाजों का हाइड्रोडायनामिक विश्लेषण / मॉडल परीक्षण एन.एस.टी.एल., विशाखापट्टनम में किया गया। स्वदेशी निर्माताओं से प्राप्त अधिकांश मुख्य और सहायक उपकरणों के साथ, ये जहाज भारत सरकार की पहल मेक इन इंडिया और मेक फॉर द वर्ल्ड पहल के गर्वत ध्वजवाहक हैं। भारतीय नौसेना के लिए सभी पांच डी.एस.सी. के एक साथ निर्माण का संकेत देते हुए 5 वें और अंतिम डाइविंग सपोर्ट क्राफ्ट (डी.एस.सी.) यानी डी.एस.सी. ए. 24, की कील मुख्य अतिथि, वाइस एडमिरल संजय महिंद्रू, डी.सी.एन.एस. द्वारा 1 डी.एस.सी. की लॉन्चिंग के साथ रखी गई।