भारत सरकार की "आत्मनिर्भर भारत" पहल के अनुरूप 11 गोला-बारूद बार्ज के निर्माण और वितरण के लिए अनुबंध, मेसर्स सूर्यदीप्त प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, ठाणे, एक एम.एस.एम.ई. के साथ संपन्न हुआ। एल.एस.ए.एम. 16 (यार्ड 126) श्रृंखला का दूसरा बार्ज 6 सितंबर 2023 को कमोडोर एम.वी. राज कृष्णा, सी.ओ.वाई. (एम.बी.आई.) की उपस्थिति में भारतीय नौसेना को सौंपा गया। बार्ज को 30 वर्षों के सेवा काल के साथ इंडियन रजिस्टर ऑफ शिपिंग (आई.आर.एस.) के वर्गीकरण नियमों के तहत बनाया गया है। स्वदेशी निर्माताओं से प्राप्त सभी प्रमुख और सहायक उपकरणों / प्रणालियों के साथ, बार्ज रक्षा मंत्रालय की "मेक इन इंडिया" पहल के गर्वित ध्वजवाहक हैं।
ए.सी.टी.सी.एम. बार्ज को शामिल करने से जेटी और बाहरी बंदरगाहों दोनो में आई.एन. जहाजों को सामग्री/गोला-बारूद के परिवहन, लदान और उतरान की सुविधा प्रदान करके आई.एन. की ऑपरेशनल प्रतिबद्धताओं को गति मिलेगी।