रियर एडमिरल राजेश धनखड़ ने 10 नवंबर 2023 को रियर एडमिरल गुरचरण सिंह से पूर्वी बेड़े, पूर्वी नौसेना कमान की स्वॉर्ड आर्म की कमान संभाली। विशाखापट्टनम के नौसेना डॉकयार्ड में आयोजित एक प्रभावशाली समारोह में गार्ड का परिवर्तन हुआ। रियर एडमिरल राजेश धनखड़ 1 जुलाई 1990 को भारतीय नौसेना में कमीशन हुए थे और वह नेविगेशन और दिशा विशेषज्ञ हैं। फ्लैग ऑफिसर प्रतिष्ठित नेवल एकेडमी, डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के पूर्व छात्र हैं, और उन्होंने जापान में अपना हायर कमांड कोर्स किया है। 33 वर्षों के अपने शानदार सेवा काल के दौरान फ्लैग ऑफिसर ने पांडिचेरी, भा.नौ.पो. गोदावरी, भा.नौ.पो. कोरा और भा.नौ.पो. मैसूर युद्धपोतों पर विशेषज्ञ नियुक्तियां प्राप्त की हैं। अधिकारी ने पूर्व में परियोजना 15 प्रशिक्षण टीम, नेविगेशन और डायरेक्शन स्कूल और ऑफिसर कैडेट स्कूल, सिंगापुर में निर्देशात्मक कार्यकाल भी निभाया है। उनकी कमान नियुक्तियों में भा.नौ.पो. दिल्ली पर कार्यकारी अधिकारी और भा.नौ.पो. घड़ियाल, भा.नौ.पो. मुंबई और भा.नौ.पो. विक्रमादित्य पर कमांडिंग ऑफिसर शामिल हैं। उनकी उल्लेखनीय स्टाफ और ऑपरेशनल नियुक्तियों में नौसेना योजना निदेशालय में संयुक्त निदेशक और निदेशक, कार्मिक निदेशालय में प्रधान निदेशक/कमोडोर (कार्मिक) शामिल हैं। फ्लैग रैंक में, उन्होंने मुख्य स्टाफ अधिकारी (प्रशिक्षण), फ्लैग ऑफिसर सी ट्रेनिंग और नेवल वार कॉलेज के कमांडेंट के कर्तव्यों का पालन किया है। अधिकारी ने भा.नौ.पो. विक्रांत के स्वीकृति परीक्षणों की देखरेख के लिए अध्यक्ष कैरियर स्वीकृति परीक्षण टीम के अतिरिक्त कर्तव्यों का भी कार्यभार संभाला है। फ्लैग ऑफिसर 2015 में अदन और अल-होदेदा, यमन से भारतीय नागरिकों के गैर युद्ध निकासी ऑपरेशन के लिए नौसेना पदक (वीरता) के प्राप्तकर्ता है। पिछले 11 महीनों में रियर एडमिरल गुरचरण सिंह की कमान में पूर्वी बेड़े ने युद्ध की तैयारी और ऑपरेशनल गति के उच्चतम स्तर को बनाए रखा है और विभिन्न मिशन आधारित और ऑपरेशनल तैनाती तथा मित्र विदेशी नौसेनाओं के साथ कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय कार्यक्रमों में भाग लिया है।