13 और 14 नवंबर 2023 को गनरी संगोष्ठी 2023 का आयोजन दक्षिणी नौसेना कमान मुख्यालय के तत्वावधान में गनरी और मिसाइल युद्ध में नौसेना के उत्कृष्टता केंद्र भा.नौ.पो. द्रोणाचार्य में किया गया। यह संगोष्ठी हर तीन वर्षों में एक बार आयोजित किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जो गनरी क्षेत्र के विशेषज्ञों को भविष्य की प्रौद्योगिकियों और सेंसर के ऑपरेशन दोहन से संबंधित मामलों पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत करने के लिए एक मंच प्रदान करती है। इस कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में सी.एन.एस. एडमिरल आर. हरि कुमार की उपस्थिति में मनाया गया, जो स्वयं भी एक गनरी विशेषज्ञ हैं। इसके अतिरिक्त वाइस एडमिरल एम.ए. हंपिहोली, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, एस एन. सी. तथा भारतीय नौसेना के बेड़ों और अग्रणी जहाजों के कई वरिष्ठ अधिकारियों और गनरी विशेषज्ञों ने भी संगोष्ठी में भाग लिया। इस वर्ष की संगोष्ठी का शासी विषय 'गनरी और मिसाइल वारफेयर में उभरती प्रौद्योगिकियां' था और इसमें प्रख्यात पैनलिस्टों द्वारा कई पेपर प्रस्तुत किए गए। संगोष्ठी के दौरान चर्चा किए गए कुछ विषयों में नेक्स्ट जेनरेशन मिशन और प्रौद्योगिकियां, आला प्रौद्योगिकियों के लिए आधुनिक नौसेना की खोज और भविष्य-प्रूफ फोर्स के लिए प्रशिक्षण शामिल थे। संगोष्ठी के दौरान प्रस्तुत किए गए 'पत्रों का संग्रह' भी जारी किया गया। इस कार्यक्रम की मेजबानी स्वर्गीय एडमिरल आर. एल. परेरा (सेवानिवृत्त) पूर्व सी.एन.एस. के शताब्दी समारोह के हिस्से के रूप में की जा रही है, जो स्वयं एक गर्वित गनर थे।