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भारतीय नौसेना के शानदार ऑपरेशनल प्रदर्शन ने विजाग को मंत्रमुग्ध किया

भारतीय नौसेना ने आर.के. बीच, विशाखापट्टनम में एक लुभावना ऑपरेशनल डेमोंस्ट्रेशन ओ.पी. डेमो प्रस्तुत किया। आंध्र प्रदेश के माननीय राज्यपाल, श्री एस. अब्दुल नजीर ने मुख्य अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इस कार्यक्रम में केंद्र और राज्य सरकारों के कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति देखी गई और इसने नौसेना की असाधारण क्षमताओं को दर्शाते हुए विशाखापट्टनम के लाखों नागरिकों का ध्यान आकर्षित किया। 4 दिसंबर को प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला नौसेना दिवस 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय नौसेना की महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है, विशेष रूप से ऑपरेशन ट्राइडेंट में इसकी जीत का। इस वर्ष मिचूंग चक्रवात से उत्पन्न सुरक्षा चिंताओं के कारण, आरके बीच से मेगा इवेंट-ओ.पी. डेमो को 10 दिसंबर को पुनर्निर्धारित किया गया। ओ.पी. डेमो शहर में एक प्रमुख कार्यक्रम के रूप में सामने आया है जिसमें युद्धपोतों और पनडुब्बियों द्वारा किए गए सामरिक युद्धाभ्यास और लड़ाकू विमान, टोही विमानों और हेलीकॉप्टरों को उजागर करते हुए वायु शक्ति का एक मनोरम प्रदर्शन किया गया। मार्कोस ने मॉक दुश्मन लक्ष्यों के खिलाफ नकल युद्ध संचालन का प्रदर्शन किया, जिसमें सटीकता और विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया गया। कई स्वदेशी प्लेटफार्मों की सक्रिय भागीदारी ने आत्मनिर्भर भारत के लिए नौसेना की प्रतिबद्धता को दर्शाया। प्रदर्शन का समापन सूर्यास्त समारोह के दौरान नौसेना के बैंड द्वारा मंत्रमुग्ध कर देने वाली बीटिंग रिट्रीट के साथ हुआ, जो जहाजों द्वारा की गई पार्श्व रोशनी से सरोबार था। ओ.पी. डेमो के बाद वाइस एडमिरल राजेश पेंधरकर फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ पूर्वी नौसेना कमान ने विशाखापट्टनम के नेवी हाउस में प्रतिष्ठित 'एट होम फंक्शन' की मेजबानी की। कार्यक्रम के दौरान माननीय राज्यपाल, श्री न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) एस. अब्दुल नजीर ने नौसेना के प्रयासों और उपलब्धियों की गहरी सराहना करते हुए फ्लैग अधिकारियों, अधिकारियों, नागरिक गणमान्य व्यक्तियों और विशिष्ट अतिथियों के साथ बातचीत की। ओ.पी. डेमो ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और उत्कृष्टता, सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और देश के समुद्री हितों की रक्षा में इसके अटूट समर्पण के लिए भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।