केन्या नौसेना के कमांडर मेजर जनरल पॉल ओवुओर ओटिएनो 28 सितंबर से 02 अक्टूबर 2025 तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं, जिसका उद्देश्य समुद्री सहयोग और द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना है।
29 सितंबर 2025 को नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक लॉन्स में नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने मेजर जनरल ओटिएनो का स्वागत किया, जहां उन्हें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। मुलाकात के दौरान समुद्री सहयोग से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई, जिसमें परिचालन, प्रशिक्षण और हाइड्रोग्राफिक गतिविधियाँ, बहुपक्षीय अभ्यास आईकेईमई का आयोजन, और भारत-केन्या ‘बहारी’ समुद्री दृष्टिकोण के तहत साझेदारी को सुदृढ़ करना शामिल था। मेजर जनरल ओटिएनो ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। मेजर जनरल ओटिएनो गुरुग्राम में हिंद महासागर क्षेत्र के लिए सूचना संलयन केंद्र (आई.एफ.सी.-आई.ओ.आर.) और कोच्चि में भारतीय नौसेना के दक्षिणी नौसेना कमान के प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों का दौरा करेंगे, ताकि प्रशिक्षण सहयोग को बढ़ाया जा सके। केन्या नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण समुद्री साझेदार है, जो बहुपक्षीय अभ्यास आईकेईमई, हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी (आई.ओ.एन.एस.), गोवा समुद्री सम्मेलन, और जिबूती कोड ऑफ कंडक्ट - जेद्दा संशोधन (डी.सी.ओ.सी.-जे.ए.) में सक्रिय रूप से भाग लेती है।
मेजर जनरल पॉल ओटिएनो का दौरा भारत-केन्या नौसैनिक संबंधों में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जो साझा हितों और हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा के प्रति समान प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। चल रही साझेदारी को रेखांकित करते हुए, भारतीय नौसेना के प्रथम प्रशिक्षण स्क्वाड्रन के पोत - भा.नौ.पो. तीर, भा.नौ.पो. सुजाता, भा.नौ.पो. शार्दुल, और आई.सी.जी.एस. सरथी - ने हाल ही में दक्षिण पश्चिम हिंद महासागर में अपनी लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के हिस्से के रूप में मॉमबासा, केन्या में पोर्ट कॉल किया। इस दौरे में विभिन्न पेशेवर और सामाजिक गतिविधियाँ शामिल थीं, जिसने द्विपक्षीय समुद्री सहभागिता को और गहरा किया।