नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने 08 सितंबर 2025 को नई दिल्ली में नौसेना मुख्यालय (एन.एच.क्यू.) में समुद्रयान के मुख्य पायलट कमांडर जे.पी. सिंह (सेवानिवृत्त) के साथ बातचीत की।
भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा शुरू की गई समुद्रयान, गहरे समुद्र मिशन (डी.ओ.एम.) के तहत #MoesNiot (#एम.ओ.ई.एस.एन.आई.ओ.टी.) के नेतृत्व में भारत की पहली मानवयुक्त पनडुब्बी मिशन है। इसका उद्देश्य स्वदेशी #MATSYA (#मात्स्य) 6000 पनडुब्बी में तीन सदस्यीय दल को 6,000 मीटर की गहराई तक भेजना है, जिससे भारत इस क्षमता वाले चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा।
नौसेना प्रमुख को मिशन की प्रगति, परीक्षणों, सुरक्षा प्रोटोकॉल और मुख्य पायलट की भूमिका के बारे में जानकारी दी गई।
एन.आई.ओ.टी. के अग्रणी प्रयासों और कमांडर जे.पी. सिंह के योगदान की सराहना करते हुए, नौसेना प्रमुख ने समुद्रयान को “एक अभूतपूर्व पहल” बताया, जो भारत के अज्ञात समुद्री सीमाओं की खोज, समुद्री संसाधनों के दोहन और पानी के नीचे इंजीनियरिंग में नवाचार को दर्शाता है।
उन्होंने गहरे समुद्र अन्वेषण, समुद्री संसाधनों के उपयोग और नवाचार को बढ़ावा देने में मिशन के महत्व को मान्यता देते हुए भारतीय नौसेना के समर्थन की पुष्टि की।