विशाखापत्तनम, 15 अगस्त — पूर्वी नौसेना कमान ने विशाखापत्तनम में नौसेना मुख्यालय के परेड ग्राउंड में एक भव्य समारोह के साथ 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाया, जिसने सुबह को गर्व, परंपरा और देशभक्ति की भावना से भर दिया।
वाइस एडमिरल राजेश पेंढारकर, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ पूर्वी नौसेना कमान, ने 50 सैनिकों के गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया और नौसेना दस्तों के सटीक मार्च की सलामी ली। परेड में भारतीय नौसेना, रक्षा सुरक्षा कोर (डी.एस.सी.), राष्ट्रीय कैडेट कोर (एन.सी.सी.) और सी कैडेट कोर (एस.सी.सी.) के कर्मियों ने हिस्सा लिया, जो राष्ट्र की सेवा में एकता और समर्पण का प्रतीक था।
इस अवसर पर विभिन्न पोतों, पनडुब्बियों और प्रतिष्ठानों के फ्लैग ऑफिसर, अधिकारी, नाविक, सम्मानित पूर्व सैनिक और उनके परिवार उपस्थित थे। यह समागम सेवारत कर्मियों और उन लोगों के बीच मजबूत बंधन को दर्शाता था, जिन्होंने पहले गर्व के साथ वर्दी पहनी थी।
सभागार को संबोधित करते हुए, कमांडर-इन-चीफ ने परेड में शामिल पुरुषों और महिलाओं की त्रुटिहीन ड्रिल और उत्कृष्ट उपस्थिति की सराहना की। उन्होंने सभी नौसेना और डी.एस.सी. कर्मियों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को इस अवसर पर बधाई दी और आत्मनिर्भर भारत पहल में भारतीय नौसेना की अग्रणी भूमिका को रेखांकित किया। हाल के मील के पत्थरों पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने हाल ही में स्वदेशी पोतों के सेवा में शामिल होने का उल्लेख किया और 26 अगस्त 2025 को विशाखापत्तनम में फ्रिगेट उदयगिरी और हिमगिरी के आगामी सेवा में शामिल होने की घोषणा की।