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विश्व हाइड्रोग्राफी दिवस – 21 जून 2025 “समुद्र तल मानचित्रण से समुद्री कार्रवाई सक्षम”

विश्व हाइड्रोग्राफी दिवस – 21 जून 2025 “समुद्र तल मानचित्रण से समुद्री कार्रवाई सक्षम”
विश्व हाइड्रोग्राफी दिवस – 21 जून 2025 “समुद्र तल मानचित्रण से समुद्री कार्रवाई सक्षम”
विश्व हाइड्रोग्राफी दिवस – 21 जून 2025 “समुद्र तल मानचित्रण से समुद्री कार्रवाई सक्षम”
विश्व हाइड्रोग्राफी दिवस – 21 जून 2025 “समुद्र तल मानचित्रण से समुद्री कार्रवाई सक्षम”

पूर्वी नौसेना कमान ने विश्व हाइड्रोग्राफी दिवस 2025 को उत्साह और जोश के साथ मनाया। एक विशेष संदेश में, वाइस एडमिरल राजेश पेंढारकर, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, पूर्वी नौसेना कमान, ने विश्व हाइड्रोग्राफी दिवस के उत्सव में प्रदर्शित व्यावसायिकता की सराहना की, जिसमें हाल ही में दो अत्याधुनिक सर्वेक्षण पोत - भा.नौ.पो. संध्याक और भा.नौ.पो. निर्देशक के जलावतरण और पंजाब के नंगल बांध में पहली हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण का विशेष उल्लेख किया गया।

विश्व हाइड्रोग्राफी दिवस के हिस्से के रूप में, 16-19 जून 2025 तक गीतम विश्वविद्यालय, आंध्र विश्वविद्यालय, वेलफेयर इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, नेवी चिल्ड्रन स्कूल और एन.सी.सी. कैडेट्स के 300 से अधिक छात्रों ने सर्वेक्षण पोतों, हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण इकाई और नौसेना चार्ट डिपो का दौरा किया। पोतों के दौरे ने छात्रों को आधुनिक हाइड्रोग्राफिक उपकरणों, पोत-आधारित उपकरणों और हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण पद्धति का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान किया। नौसेना चार्ट डिपो और हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण इकाई के दौरे ने समुद्र तल डेटा के समुद्री सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा को आधार प्रदान करने के महत्व को और गहरा किया।

नौसेना समुदाय को शामिल करने की दिशा में, 17 जून 2025 को कमांड हाइड्रोग्राफिक अधिकारी कमोडोर ए. मुरलीधर द्वारा पूर्वी नौसेना कमान के कर्मियों के लिए हाइड्रोग्राफी और समुद्री सीमा पर एक व्याख्यान दिया गया।19 जून को, पूर्वी नौसेना कमान ने “हाइड्रोग्राफर्स कॉन्क्लेव” की मेजबानी की, जिसमें तीन पीढ़ियों के हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षक, सेवानिवृत्त कर्मी, सेवारत कर्मी और अग्निवीर हाइड्रोग्राफर्स ने एनालॉग सर्वेक्षण तकनीकों से कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) सक्षम हाइड्रोग्राफिक डेटा प्रसंस्करण तकनीकों के विकास पर विचार साझा किए। परंपरागत और आधुनिक प्रौद्योगिकी का यह दुर्लभ संगम नौसेना की प्रगतिशील परिवर्तन और इस क्षेत्र में नवीनतम तकनीकी प्रगति को आत्मसात करने की अनुकूलनशीलता को दर्शाता है।पूर्वी नौसेना कमान विदेशी सहयोग सर्वेक्षणों के माध्यम से हिंद महासागर क्षेत्र में भारतीय नौसेना के हाइड्रोग्राफिक प्रभाव को बढ़ाने में अग्रणी है। कमान की हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण क्षमताओं में हाल की प्रगति ने इस वर्ष के विश्व हाइड्रोग्राफी दिवस के थीम - “समुद्र तल मानचित्रण से समुद्री कार्रवाई सक्षम” पर सकारात्मक कार्रवाइयों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।