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नौसेना डॉकयार्ड, मुंबई में स्वदेशीकरण संगोष्ठी (आई.एन.डी.एस.ई.एम. 23) का आयोजन

भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल महासंघ फिक्की के साथ नौसेना डॉकयार्ड (मुंबई) ने 27 सितंबर 2023 को केंद्रीय विषय "सेल्फ-रिलायंस थ्रू. यूज ऑफ इंडिजेनस टेक्नोलॉजी टुवर्ड्स कॉम्बैट रेडीनेस" के तहत एक सेमिनार सह प्रदर्शनी "इन्डसेम 23" का आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी फ्लैग ऑफिसर कमाडिंग इन चीफ पश्चिमी नौसेना कमान ने मुख्य भाषण दिया। इस कार्यक्रम में उद्योग/शिक्षा जगत/डी.आर.डी.ओ. के लगभग 200 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। नौसेना डॉकयार्ड के परिसर में आयोजित अपनी तरह की पहली प्रदर्शनी सह संगोष्ठी में, उद्योग भागीदारों ने अपनी स्वदेशी प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया। फोरम में बिजनेस टू. कंज्यूमर (बी.2सी.) मॉडल में भाग लेने वाले उद्योगों की योजना बनाने के लिए भारतीय नौसेना के लिए संभावित अवसरों की खोज भी शामिल थी। भारतीय नौसेना ने एक संयुक्त स्टाल भी लगाया, जहां जहाजों, पनडुब्बियों और विमानों की सभी अंतिम उपयोगकर्ता आवश्यकताओं को सीधे बातचीत के माध्यम से उद्योग के सामने पेश किया गया। संगोष्ठी सह प्रदर्शनी का उद्देश्य सभी हितधारकों जैसे उद्योग भागीदारों, पी.एस.यू., डी.आर.डी.ओ., बी.ए.आर.सी., इसरो और शिक्षाविदों के लिए एक मंच प्रदान करना है, ताकि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में सरकार के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए स्वदेशी क्षमताओं और अभिनव साधनों का प्रदर्शन किया जा सके। इसके अलावा, भारतीय नौसेना में इसी प्रकार के तरीके विकसित करने की दिशा में आगे विचार-विमर्श के लिए अंतर्दृष्टि प्रदान करने के लिए इसरो, डी.आर.डी.ओ., बी.ए.आर.सी. और अन्य एम.एस.एम.ई. द्वारा स्वदेशीकरण में सफलता की कुछ कहानियों को भी प्रस्तुत किया गया। संगोष्ठी को फिक्की के अध्यक्ष श्री. अरुण टी. रामचंदानी, श्री. जो मोहन, ग्रुप निदेशक, रिसोर्स प्लानिंग ग्रुप, बी.ए.आर.सी., श्री. एम. शंकरन विशिष्ट वैज्ञानिक और यू.आर. राव अंतरिक्ष केंद्र, इसरो के निदेशक, डॉ. चंद्रिका कौशिक, महानिदेशक (उत्पादन समन्वय और सेवाएं), डी.आर.डी.ओ. ने संबोधित किया और भारतीय नौसेना के कर्मियों, आई.आई.टी. (मुंबई) और बिट्स, पिलानी जैसे शैक्षणिक संस्थानों द्वारा पेपर प्रस्तुत किए गए।