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तटीय सुरक्षा अभ्यास - सागर कवच 2-23

11-12 अक्टूबर, 2023 तक आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी के संघ शासित क्षेत्र में सभी समुद्री सुरक्षा एजेंसियों को शामिल करते हुए दो दिवसीय व्यापक तटीय सुरक्षा अभ्यास सागर कवच 2/23 आयोजित किया गया। यह अभ्यास फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ पूर्वी नौसेना कमान, एफ.ओ.सी.आई.एन.सी. (पूर्व) के तत्वावधान में किया गया, जो तटीय रक्षा (पूर्व) के कमांडर-इन-चीफ के अधिकार को भी प्राप्त करते हैं।  इस अभ्यास में भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक, राज्य और यू/टी प्रशासन, समुद्री पुलिस, मत्स्य पालन, सीमा शुल्क, आई.एन.टी. एजेंसियों, लाइट हाउस, पोर्ट्स फॉरेस्ट आदि के लगभग 2500 कर्मी शामिल थे। इस अभ्यास का उद्देश्य समुद्र से उत्पन्न विषम खतरे से निपटने के दौरान तटीय सुरक्षा तंत्र की प्रभावकारिता और मजबूती का आकलन करना था। क्षेत्र में निगरानी बढ़ाने के लिए भारतीय नौसेना के जहाज कुथोर, भा.नौ.पो. तिहायु , भा.नौ.पो. बथिमालव, भा.नौ.पो. बारातांग और भा.नौ.पो. बंगरम के साथ-साथ भारतीय तटरक्षक और अन्य तटीय सुरक्षा एजेंसियों की संपत्तियों को भी तैनात किया गया है। विशाखापट्टनम, चेन्नई और रामनाथपुरम से संचालित डोर्नियर विमान और हेलीकॉप्टरों द्वारा सुरक्षा उपायों को बढ़ाया गया और व्यापक हवाई निगरानी की गई। इस अभ्यास की विशाखापट्टनम में संयुक्त ऑपरेशनल केंद्र (पूर्व) में बारीकी से निगरानी की गई जो ऑपरेशन के क्षेत्र में सभी तटीय सुरक्षा ऑपरेशन और अभ्यासों का नोडल केंद्र है। इस अभ्यास में सभी तटीय सुरक्षा हितधारकों के बीच घनिष्ठ समन्वय और तालमेल देखा गया। तटीय सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने के लिए अभ्यास से सीखे गए सबक को शामिल किया जाएगा।