सतत चिकित्सा शिक्षा सी.एम.ई. के दूसरे दिन, एक नाविक के दृष्टिकोण से समुद्र में जीवन के मुद्दों को समझाने वाली एक पैनल चर्चा शामिल थी, जिसे व्यापक सराहना मिली। सी.एम.ई. में पहली बार गैर-चिकित्सा नाविकों को एक अलग दृष्टिकोण प्रदान करने के लिए चिकित्सा सम्मेलन में अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करने के लिए शामिल किया गया। शेष सत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मानसिक स्वास्थ्य, नींद की दवा और सी.बी.आर.एन. तैयारियों सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। मित्रवत विदेशी नौसेनाओं के प्रतिनिधियों ने समुद्री चिकित्सा के क्षेत्र में अपने अनुभव साझा किए। एन.आई.ओ.टी. और डी.आर.डी.ओ. के विख्यात वैज्ञानिकों ने मानव चालित पनडुब्बियों में प्रगति के बारे में लोगों को जानकारी दी और भारतीय नौसेना के साथ संभावित सहयोग के क्षेत्रों पर जानकारी प्रदान की। इसके अलावा, नौसेना के परिप्रेक्ष्य में हवाई चिकित्सा मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। अंत में, दूर-दराज, के क्षेत्रों में चिकित्सा चुनौतियों और उनसे निपटने के संभावित तरीकों पर भी चर्चा की गई।