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भा.नौ.पो. डेगा द्वारा विशाखापट्टनम हवाई अड्डे पर मॉक हाइजैक रोधी और जन आपात निकासी अभ्यास

18 अक्टूबर 2023 को विशाखापट्टनम हवाई अड्डे पर भा.नौ.पो. डेगा द्वारा एक मॉक हाइजैक रोधी और जन आपात निकासी अभ्यास आयोजित किया गया। यह अभ्यास एक कृत्रिम स्थिति के तहत आयोजित किया गया और इसमें मार्कोस, सी.आई.एस.एफ., ए.ए.आई. और राज्य सरकार की एजेंसियों सहित विभिन्न एजेंसियों द्वारा कार्रवाई शामिल थी। इस अभ्यास का उद्देश्य सभी हितधारकों द्वारा हाइजैक के खतरों से निपटने के लिए आकस्मिक योजनाओं और प्रक्रियाओं की प्रभावोत्‍पादकता का परीक्षण करना था। भारतीय नौसेना, हवाई अड्डे और अन्य केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के सभी हितधारकों द्वारा समन्वित कार्रवाई शुरू करने के लिए एक नौसेना विमान का उपयोग करके कृत्रिम स्थिति के साथ हाइजैक रोधी अभ्यास आयोजित किया गया था। अभ्यास समाप्ति पर, डीब्रीफ का आयोजन किया गया और भविष्य की आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए एस.ओ.पी. को पुनः मान्य किया गया। राष्ट्रीय नागर विमानन सुरक्षा कार्यक्रम के अनुसार प्रत्येक भारतीय हवाई अड्डे पर वार्षिक रूप से हाईजैक रोधी मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाता है, जिसका उद्देश्य हवाई अड्डे की आपातकालीन योजना की दक्षता का परीक्षण करना और सभी एजेंसियों को हाईजैक की स्थिति में उनकी संबंधित जिम्मेदारियों के बारे में अवगत कराना है। हाइजैक रोधी अभ्यास पूरा होने पर, हवाई अड्डे से के.जी.एच. तक एम्बुलेंस की त्वरित आवाजाही के लिए ग्रीन चैनल की सुविधा सहित विभिन्न एजेंसियों की तैयारियों का परीक्षण करने के लिए सामूहिक आपात निकासी अभ्यास भी आयोजित किया गया।