यूरोपीय संघ के 6 सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने 20 दिसंबर, 2023 को मुंबई स्थित पश्चिमी नौसेना कमान का दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल में यूरोपीय संसद के सदस्य शामिल थे जो सुरक्षा और रक्षा एस.ई.डी.ई. पर संसदीय उप-समिति का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे महामहिम नताली लोइसो, एम.ई.पी., अध्यक्ष, एस.ई.डी.ई. ने वाइस एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, पश्चिमी नौसेना कमान और पश्चिमी नौसेना कमान के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की। प्रतिनिधिमंडल को पश्चिमी नौसेना कमान की भूमिकाओं, जिम्मेदारियों और ऑपरेशनल गतिविधियों पर एक प्रस्तुति दिखाई गई। प्रतिनिधिमंडल ने समुद्री सुरक्षा चुनौतियों और जलवायु परिवर्तन को संबोधित करते हुए यूरोपीय संघ-भारत रणनीतिक सुरक्षा और रक्षा सहयोग के रास्ते सहित सामान्य हित के विभिन्न विषयों पर चर्चा की। यात्रा के दौरान, प्रतिनिधिमंडल को भा.नौ.पो. चेन्नई, नवीनतम स्वदेशी युद्धपोत पर ले जाया गया। प्रतिनिधिमंडल ने एम.डी.एल. का भी दौरा किया, जहां उन्हें एम.डी.एल. की स्वदेशी जहाज निर्माण क्षमताओं और वर्तमान में चल रही विभिन्न परियोजनाओं से अवगत कराया गया। भारत और यूरोपीय संघ सामुद्रिक सुरक्षा वार्ता के पक्षकार हैं, जो प्रतिवर्ष आयोजित की जाती है इसके साथ भारत-यूरोपीय संघ के बीच नौसेना सहयोग में काफी वृद्धि हुई है। दोनों पक्षों ने सोमालिया में समुद्री डकैती के विरुद्ध संयुक्त अभियान में भी भाग लिया है और वर्तमान यात्रा का उद्देश्य नौसैनिक सहयोग को और मजबूत करना है। भारतीय नौसेना संयुक्त समुद्री बल में एक भागीदार है और यूरोपीय संघ के कई बहुराष्ट्रीय तंत्रों में सक्रिय रूप से भाग ले रही है। यूरोपीय संघ के संसदीय शिष्टमंडल की पश्चिमी नौसेना कमान की वर्तमान यात्रा से दोनों पक्षों के बीच संबंध और मजबूत होंगे और समुद्री क्षेत्र में सहयोग बढ़ेगा।